cortesy- from fb wall of sumit sinha
केंद्र सरकार की नयी लांच अग्निपथ योजना के बहाने बिहार में भाजपा और जदयू के संबंधों की अग्निपरीक्षा शुरू हो गयी है. शनिवार को सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर अग्निपथ को लेकर हो रहे उपद्रव मामले में राज्य प्रशासन पर सुस्ती का आरोप मढ़ा. उनका दर्द पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मधेपुरा और नवादा में भाजपा कार्यालय जलाये जाने व खुद उनके और उप मुख्यमंत्री रेणु देवी के घर में हुए तोड़फोड़ को लेकर था. उन्होंने कहा कि भाजपा शासित बिहार में जैसा उपद्रव हुआ, वैसा तो झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी नहीं हुआ. साथ ही धमकाया कि ऐसी घटनाएं रोकी नहीं गयी तो किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा. इस पर सबसे पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की प्रतिक्रिया आयी. उन्होंने कहा कि प्रशासन क्या करेगा? छात्रों के आक्रोश के कारण जो आपका संतुलन बिगड़ा है, उसके कारण आप प्रशासन पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार गुड गवर्नेंस के लिए जाने जाते हैं. वो जानते हैं कि कैसे सरकार चलती है. ललन सिंह ने कहा कि संजय जायसवाल इस मामले में लोगों को समझाएं, जेडीयू को नहीं. लगे हाथ जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी पत्रकारों को सलाह दे डाली कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की बात की बहुत नोटिस न लें. हमारे-आपके घर में ऐसे लोग हो जाते हैं, जो बहुत बोलते रहते हैं. ऐसे लोगों की नोटिस लेने की जरूरत नहीं है. जदयू नेताओं के बयान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने वन लाइनर पोस्ट किया ‘ ईश्वर आपको सच सुनने की क्षमता दे’. अब इस पर जदयू के प्रदेश स्तर के एक नेता कमेंट किया कि ईश्वर आपको सदबद्धि दे. इसके बाद इस मामले में सरकार में शामिल भाजपा के प्रतिनिधि उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मीडिया को बयान जारी कर सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि नौजवानों की आड़ में रेलवे की परिसंपत्तियों, भाजपा नेताओं एवं जिला कार्यालयों पर हमला करने वालों के विरुद्ध दोषी लोगों को चिन्हि्त करते हुए सरकार सख्ती से कार्रवाई कर रही है. बिहार में कानून व्यवस्था को ठीक रखना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है. ऐसे शरारती तत्वों को किसी भी सूरत में सरकार नहीं बख्शेगी. प्रशासन ऐसे अराजक तत्वों से सख्ती से निपटेगा. शनिवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान के बाद जदयू नेताओं के आये बयानों से दोनों पार्टियों में तल्खी बढ़ी है. हालांकि यह बहस कितनी दूर तक जायेगी, यह देखने वाली बात होगी. इस विवाद पर भाजपा की तरफ नित्यानंद राय, सुशील कुमार मोदी या फायरब्रांड गिरिराज सिंह का कोई बयान आता है तो विवाद बढ़ने की उम्मीद है. इस मुद्दे को लेकर रविवार को भी घमासान जारी रहने की उम्मीद लग रही है.