- चकिया अनुमंडल अस्पताल में जीएनएम के प्रथम बैच का प्रशिक्षण शुरू
- अगले बैच का प्रशिक्षण 5 से 10 अक्टूबर तक होगा
मोतिहारी। 29 सितंबर
अनुमंडलीय अस्पताल चकिया में स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी गति मिलेगी। जल्द ही 23 प्रशिक्षित जीएनएम अस्पताल के विभिन्न विभागों में अपनी सेवा देंगी। मंगलवार को अस्पताल के सभागार में नवनियुक्त जीएनएम के प्रथम बैच के चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस बैच में कुल 11 जीएनएम को प्रशिक्षण दिया जाना है। उपाधीक्षक डॉ. चंदन कुमार ने दीप प्रजवलित कर कार्यक्रम की शुभारंभ की। उन्होंने मौके पर कहा जीएनएम प्रशिक्षण पाकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की कडी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाएंगीं। जिले से आईं एनएमएस अनुष्का के द्वारा नवनियुक्त जीएनएम के प्रथम बैच को पशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान इन नवनियुक्त जीएनएम को प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों की जानकारी दी जाएगी।
व्यवस्थित रूप से दे पाएंगी सेवा :
जीएनएम को प्रशिक्षण दिलाने की जिम्मेवारी केयर इंडिया को दी गई है। केयर इंडिया के चकिया प्रखण्ड प्रबन्धक कुंदन कुमार रौशन ने बताया प्रशिक्षण मिलने के बाद ये सभी जीएनएम व्यवस्थित रूप से स्वास्थ्य सेवाओं में अपनी भूमिका निभा सकेंगी। अभी ओपीडी, लेबर रूम, ओटी, लैब और आइसोलेशन सेंटर में ये तैनात हैं, लेकिन प्रशिक्षण मिलने के बाद अपनी दक्षता के हिसाब से अस्पताल के विभिन्न विभागों में सेवा दे पाएंगी। प्रशिक्षित जीएनएम की उपलब्धता से आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएंगी।
कार्य मे गुणवत्तापूर्ण सुधार होगा :
उपाधीक्षक डॉ. चंदन ने बताया प्रशिक्षण के उपरांत सभी नवनियुक्त स्टाफ जीएनएम को अलग-अलग विभागों में नियुक्त कर कार्य लिया जाएगा। इससे कार्य मे गुणवत्तापूर्ण सुधार होगा। अनुमंडल अस्पताल के प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वास्थ प्रबंधक शशिकांत श्रीवास्तव, केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक कुन्दन कुमार रौशन, अमानत मेंटर रंजू सिन्हा, नवनियुक्त जीएनएम शालिनी कुमारी, रूबी कुमारी, सीमा कुमारी, प्रतिभा कुमारी, रूपा कुमारी, प्रियंका कुमारी इत्यादि उपस्थित थीं। प्रथम बैच का प्रशिक्षण अगले चार दिनों तक चलेगा।
जीएनएम की स्वास्थ्य सेवा में भूमिका अहम :
उपाधीक्षक डॉ. चंदन ने बताया जीएनएम यानि जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी। जीएनएम कोर्स की अवधि 3 वर्ष 6 माह होती है| जीएनएम नर्सिंग के अंतर्गत सामान्य रूप से नर्सों को तैयार करना है, जो स्वास्थ्य टीम के सदस्यों के रूप में कार्य करते हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्राप्त होता है, जिसके माध्यम से आप एक रजिस्टर्ड नर्स बन जाते हैं। सबसे खास बात यह है, कि यह कोर्स लड़का और लड़की कोई भी कर सकता है। कोर्स कम्पलीट करने के बाद आप सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और बहुत से सरकारी हॉस्पिटल या सरकारी संस्थानों में संविदा पर भी नर्सिंग की रिक्तियां निकलती हैं, और समय के अनुसार स्थाई कर दी जाती है। जीएनएम की स्वास्थ्य सेवा में अहम भूमिका होती है।