
एमिटी यूनिवर्सिटी पटना में फोटो प्रदर्शनी “एमिक्लिक्स 2019 ” का आयोजन किया गया
आज 19 अगस्त 2019 को एमिटी यूनिवर्सिटी पटना में फोटो प्रदर्शनी “एमिक्लिक्स 2019 ” का आयोजन किया गया. इस प्रदर्शनी को एमिटी पटना ने विश्व छायाकारिता दिवस के अवसर पर आयोजित किया . एमिक्लिक्स 2019 में एमिटी ने एक फोटो प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जिसके विजयी प्रतिभागियों को आज पुरस्कृत किया गया. इस प्रतियोगिता में तीन श्रेणी के अंतर्गत कुल 150 प्रविस्टियां आईं। प्रथम, द्वितीय तृतीय पुरस्कार रखे गए थे. इस प्रदर्शनी में एमिटी पटना के जनसंचार एवं पत्रकारिता के तृतीय सेमेस्टर के छात्रों के द्वारा उतारी गयी तस्वीरों को भी प्रदर्शित किया गया.
इस प्रदर्शनी का उद्धघाटन एमिटी यूनिवर्सिटी,पटना के कुलपति डॉ टी आर वेंकेटेश , डीन व प्रो वी सी विवेकानंद पांडेयश, जुरी सदस्य सुमन श्रीवास्तव, सत्यजीत मुखोपाध्याय , फैकल्टी श्वेता प्रिया ,प्रशांत रवि, और सुशिल कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया.कुलपति डॉ टी आर वेंकेटेश ने अपने सम्बोधन में छात्रों के इस प्रयास की सराहना करते हुए फोटो महत्व को समझाया। उन्होंने कहा की इस दौर में जहाँ मीडिया एक संचार माध्यम के अलावा जागरूक करने का काम भी करती है उसमे दृश्य माध्यम फोटो का महत्व काफी बढ़ जाता है। वक़्त और विषय के साथ सामंजस्य ही फोटोपत्रकारिता का मूल उद्देश्य है।
डीन व प्रो वी सी विवेकानंद पांडेय ने छात्रों की कलात्मकता, तकनीकी बारीकियां और उसके प्रयोग की प्रशंसा की और कहा की मैं अभी से इनके भविष्य का आकलन कर इन सबों पर गर्व कर सकता हूँ.
इस फोटोप्रदर्शनी में छात्रों के कार्यों का मूल्यांकन दो जूरी सदस्य वरिष्ठ छायाकार सुमन श्रीवास्तव , वरिष्ठ फोटोपत्रकार एवं फैकल्टी प्रशांत रवि और वरिष्ठ छायाकार सत्यजीत मुखोपाध्याय ने किया। जूरी सदस्यों ने छात्रों के कार्यों की सराहना की और उनसे उनके तस्वीरों और विषयपरक तथ्यों पर बात की।
वरिष्ठ छायाकार और जूरी सदस्य सुमन श्रीवास्तव ने छात्रों को बदलते दौर में मीडिया की बढ़ती और बदलती भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्हें अपने अंदर के कलाकार को जगाने और समझने पर बल दिया। उन्होंने कहा की बदलते दौर में छात्र फोटोग्राफी विधा की बारीकियों को समझ आगे बढे तो ये न केवल उन्हें एक अच्छा भविष्य देगा बल्कि उचाईयों को छूने में मदद करेगा।
फोटोपत्रकार,फैकल्टी और जूरी सदस्य प्रशांत रवि ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए इस बात पर बल दिया की एक फोटो की महत्ता है पर उसमें छुपे कला भाव की समझ जरूरी है। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा की एक फोटोपत्रकार को शांत,निष्पक्ष,धैर्यवान, बुद्धिमान, तेज और विषय केंद्रित रहन चाहिए। इससे अपने उद्देश्य यानी अच्छी तस्वीर बनाने में काफी मदद मिलती है।
वरिष्ठ छायाकार और जूरी सदस्य सत्यजीत मुखोपाध्याय ने कहा की इस तेज रफ़्तार जीवन में हम सभी टेक्नो प्राणी बन गए हैं और गैजेट के बैगैर जीवन अधूरा लगने लगता है. लेकिन इसी गैजेट ने फोटोग्राफी को आमजन विधा भी बना दिया है, जरूरत है तो इस विधा को समझ अपनी यादों और महत्त्वपूर्ण पलों को तस्वीरों के माध्यम से संजोने का.
एमिटी स्कूल ऑफ़ कम्युनिकेशन की प्रोग्राम लीडर एवं फैकल्टी श्वेता प्रिया ने छात्रों को इस बेहतर प्रदर्शन की प्रसंशा की. उन्होंने छात्रों को जनसंचार के इस विधा का बेहतर से बेहतर उपयोग करने और तकनिकी बारीकियों को जानने और समझने की सलाह दी. उन्होंने जूरी सदस्यों और बिहारफोटोप्रोजेक्ट के प्रति एमिटी परिवार के तरफ से आभार व्यक्त किया, और ऐसे आयोजन हो जिनसे छात्रों का सर्वागीण विकास हो सके पर बल दिया.
इस फोटो प्रतियोगिता में विजेता रहे-
वर्ग A – प्रथम – श्लोक सरकार, द्वितीय -ह्रितिक राज।
वर्ग B – प्रथम -निखिल कुमार , द्वितीय -आनन्द एव तृतीय- अर्जुन भंडारी।
वर्ग C – -प्रथम प्रशांत सक्सेना , द्वितीय – उज्जवल वार्ष्णेय एवं तृतीय – ज्योति आनंद। एमिटी के छात्रों की फोटो प्रदर्शनी में प्रथम – सौरभ आनंद द्वितीय – सौम्य तृतीय – अंकुर ने पाए. विजेताओं को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र दिया गए. प्रदर्शनी और प्रतियोगिता के सभी प्रतिभागीयों को प्रशस्ति पत्र दिए गए.
मंच संचालन साक्षी दीप ,पूजा और धन्यवाद ज्ञापन आस्था ने किया.