
कालाजार के खात्मे के लिए तरियानी प्रखंड में छिड़काव शुरू-एसपी पाउडर का छिड़काव प्रखंड में 60 दिनों तक किया जाएगा
- एक दिन में 60 घरों में छिड़काव का लक्ष्य
शिवहर। 17 सितंबर
कालाजार बीमारी से बचाव के लिए शिवहर जिला के तरियानी प्रखंडों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड के छिड़काव की शुरुआत हो गई है। तरियानी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. डीएन मलिक ने बताया कि कालाजार से बचाव के लिए एसपी पाउडर का छिड़काव प्रखंड में 60 दिनों तक किया जाएगा। कालाजार प्रभावित छतौनी, वृंदावन, हिरम्मा, निमाहि, माधोपुर, सुमहुति, बोचहा, पहाड़पुर आदि गांवों में छिड़काव कार्य चल रहा है। इसके लिए 24 एसडब्ल्यूएफ को प्रशिक्षित किया गया है। इनको चार टीमों में बंटा गया है। एसडब्ल्यूएफ सभी कार्यों के पर्यवेक्षण समेत छिड़काव किए गए घरों में जरूरी सुझाव भी दे रहे हैं।
एक दिन में 60 घरों में छिड़काव का लक्ष्य
तरियानी वेक्टर रोग सुपरवाइजर बृजकिशोर गुप्ता ने कहा एक दिन में छिड़काव के लिए 60 घरों में एसपी पाउडर के छिड़काव का लक्ष्य रखा गया है। अगर किसी घर में बीमार या नवजात हो तो उस घर में छिड़काव नहीं किया जाता है। छिड़काव में लगे कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
फेस शील्ड और पीपीई में रहेंगे छिड़कावकर्मी
डॉ. मलिक ने कहा कोरोना के मद्देनजर छिड़काव कर्मियों को पीपीई किट उपलब्ध कराया गया है। विभाग की तरफ से उन्हें मास्क तथा ग्ल्ब्स उपलब्ध कराया गया है। छिड़काव में लगे सभी दलों को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का निर्देश दिया गया है।
कालाजार के लक्षण
रुक-रुक कर बुखार आना, भूख कम लगना, शरीर में पीलापन और वजन घटना, तिल्ली और लिवर का आकार बढ़ना, त्वचा-सूखी, पतली और होना और बाल झड़ना कालाजार के मुख्य लक्षण हैं। इससे पीड़ित होने पर शरीर में तेजी से खून की कमी होने लगती है।
छिड़काव के वक्त ध्यान में रखने वाली बातें
घर की दीवारों में पड़ी दरारों को भर दें व अच्छी तरह से घर की सफाई करें। खाने-पीने का सामान, बर्तन, दीवारों पर टंगे कैलेंडर आदि को बाहर निकाल दें। भारी सामानों को कमरे के मध्य भाग में एकत्रित कर दें और उसे ढंक दें। रसोईघर, गौशाला सहित पूरे घर में छह फीट की ऊंचाई तक दवा का छिड़काव कराएं।