- सिंथेटिक पाइरोथाइराइड पाउडर का हो रहा छिड़काव
- शहरी क्षेत्र के 14 वार्ड सहित 344 गांव होगें लाभांवित
वैशाली। 16 सितंबर
कालाजार बीमारी से बचाव के लिए जिले के सभी प्रखंडों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड के छिड़काव की शुरुआत हो चुकी है। छिड़काव की शुरुआत मंगलवार को भगवानपुर प्रखंड से शुरु हुई थी। बुधवार को जिले के बाकी प्रखंडों में भी छिड़काव शुरु कर दिया गया है। डीएमओ डॉ सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि कालाजार से बचाव के लिए एसपी पाउडर का छिड़काव जिले में 60 दिनों तक किया जाएगा। इस छिड़काव को शहरी 14 वार्ड सहित लगभग 344 गांवों में कराया जाएगा। इस कार्य के लिए कुल 75 टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में छह मेंबर होते हैं जिसमें एसडब्ल्यूएफ सभी कार्यों के पर्यवेक्षण समेत छिड़काव किए गये घरों में जरुरी सुझाव भी देते हैं।
2019 में हो चुका है जिला कालाजार मुक्त
वैशाली जिला कालाजार से मुक्त हो चुका है। अभी जिले में कुल कालाजार मरीजों की संख्या 35 है वहीं पीकेडीएल मरीजों की संख्या 2 है। कालाजार मुक्त होने का नियम यह है कि प्रत्येक 1000 की आबादी पर एक या उससे भी कम मरीज हों। इस लिहाज से अगर देखा जाए तो यह जिला कालाजार से मुक्त हो चुका है। जिले के सभी प्रखंडों पर कालाजार के उपचार की सुविधा मौजूद है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में एक सूई से कालाजार का ईलाज किया जाता है। कालाजार रोगियों की खोज के लिए 25 अगस्त से 2 सितंबर तक कालाजार रोगी खोज अभियान भी चला है।
एक दिनों में 60 घरों में छिड़काव का लक्ष्य
इस संबंध में केयर के डीपीओ कालाजार सोमनाथ ओझा ने कहा कि एक दिन में छिड़काव के लिए 60 घरों में एसपी पाउडर के छिड़काव का लक्ष्य रखा गया है। अगर किसी घर में बीमार या नवजात हो तो उस घर में छिड़काव नहीं किया जाता है। छिड़काव में लगे कर्मियों को 14 तथा 15 सितंबर को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
छिड़कावकर्मियों को मिलेगा पीपीई किट
डॉ सत्येन्द्र ने कहा कि कोरोना के मद्देनजर कालाजार में लगे छिड़कावकर्मियों को गुरुवार तक पीपीई किट उपलब्ध करा दिया जाएगा। पहले ही विभाग की तरफ से उन्हें मास्क तथा ग्ल्ब्स उपलब्ध करा दिया गया है। छिड़काव में लगे सभी दलों को पहले से ही सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का निर्देश दे दिया गया है।
छिड़काव के वक्त ध्यान में रखने वाली बातें
घर की दीवारों में पड़ी दरारों को भर दें व अच्छी तरह से घर की सफाई करें। खाने-पीने का सामान, बर्तन, दीवारों पर टंगे कैलेंडर आदि को बाहर निकाल दें। भारी सामानों को कमरे के मध्य भाग में एकत्रित कर दें और उसे ढक दें। रसोईघर, गौशाला सहित पूरे घर में छह फीट की ऊंचाई तक दवा (एस.पी.) का छिड़काव कराएं।
कालाजार के लक्षण
रुक-रुक कर बुखार आना, भूख कम लगना, शरीर में पीलापन और वजन घटना, तिल्ली और लिवर का आकार बढ़ना, त्वचा-सूखी, पतली और होना और बाल झड़ना कालाजार के मुख्य लक्षण हैं। इससे पीड़ित होने पर शरीर में तेजी से खून की कमी होने लगती है।