Nishant Karpatne
लालू के ‘छप्पर पर फूंस नहीं, ड्योढी पर नाच वाले कहावत पर जेडीयू का पलट जवाब ‘रस्सी जल गयी पर ऐठन नहीं गयी’ |
लालू प्रसाद ने ट्वीट कर नीतीश सरकार के विकास पर जब तंज कसा तो जेडीयू ने उनके ही अंदाज में पलटवार करने का काम किया. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि ‘रस्सी जल गयी पर ऐठन नहीं गयी’ लालू प्रसाद को बिहार के विकास से जलन हो रही है. बिहार में हो रहे विकास के कार्यो को लालू देखना नहीं चाहते है.
राजीव रंजन ने कहा कि लालू-राबड़ी शासनकाल की यादें अभी भी लोगों के जेहन में ताजा है. उस समय ना तो बिहार में कहीं पर सड़कें दिखती थी, ना ही पुल और पुलिया बनता था.बिहार में सिर्फ एक ही परिवार दिखता था वो लालू प्रसाद का परिवार था. जिसने अपने शासनकाल में सिर्फ खुद का विकास करने का काम किया उसे अब प्रदेश का विकास कैसे दिख सकता है.
2005 में जब नीतीश सरकार के नेतृत्व में जब बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो विकास होने लगा. सड़कें बनायी गयी, पुल-पुलिया बनाया जाने लगा. विकास के काम किए जाने लगे, इससे लालू प्रसाद को जलन होने लगी. जिसने कभी भी विकास नहीं किया उसे विकास कैसे पसंद आएगी.
बता दें कि लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्वीटर हैंडल से बिहार के विकास पर एक कार्टून के माध्मम से निशाना साधा है. उन्होंने लिखा कि ‘छप्पर पर फूंस नहीं,ड्योढ़ी पर नाच’. इस कैप्शन के साथ टूटे हुए पुल का एक कार्टून शेयर किया जिसमें एक रस्सी बंधी हुई है. रस्सी पर लटका हुआ सीएम नीतीश को दिखाया गया है. जिसके एक छोर को डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी कस के पकड़े हुए है.
इस फोटो के साथ लिखा गया है कि कस के पकड़ के रखियेगा फीता, तबतक हम इसका भी इल्जाम लालू जी पर लगाने का इंतजाम करते है. बता दें कि गोपालगंज के 70घाट पुल का एप्रोच पथ बाढ़ में बह जाने और हाल ही में उद्घाटित एक और पुल का एप्रोच पथ के टूटने को लेकर आरजेडी ने सरकार के विकास पर सवाल खड़े किए है.