पटना, 08 नवम्बर 2019:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पष्चिम
चम्पारण दौरे के क्रम में गंडक बराज सुरक्षात्मक बाॅध का
निरीक्षण किया एवं अधिकारियों को आवष्यक दिषा-निर्देष दिये।
मुख्यमंत्री ने सुरक्षात्मक बाॅध के निरीक्षण के पष्चात
वाल्मीकिनगर स्थित ईको पार्क एवं ईको हट का फीता काटकर
उद्घाटन किया। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत मुख्यमंत्री ने
ईको पार्क में वृक्षारोपण किया एवं स्कूली बच्चों को
पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन
विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं पर्यटन
विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिषा-निर्देष दिये। इस
दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की
और उनकी समस्याओं एवं उनके सुझावों से अवगत हुये।
इसके पष्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि
हम बराबर लोगों को यहाॅ के बारे में बताते रहते हैं, यह बहुत
ही सुंदर जगह है, प्राकृतिक जगह है। यह ऐसी जगह है, जहाॅ एक तरफ
नदी है, पहाड़ है और बीच में जंगल है। ऐसी खास जगह देष
में बहुत कम हैं। वाल्मीकिनगर बिहार के लिये बहुत ही
महत्वपूर्ण स्थल है। हमलोगों की इच्छा है कि बड़ी संख्या
में पर्यटक यहाॅ आयें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसेे ईको पार्क के
रूप में विकसित किया जायेगा और इस दिषा में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस इलाके के सुरक्षात्मक उपायों पर काम किया
गया। 90 मीटर तक का काम हो गया है, 1010 मीटर का काम बाकी
है। हम चाहते हैं कि इसके दूसरे तरफ भी ये सब काम हो जाय।
डिसिलटेषन का काम भी किया जा रहा है ताकि पर्यावरण के
दृष्टिकोण से ये सदैव अच्छी जगह बनी रहे। उन्होंने कहा कि
ईको पार्क बनाने का हमलोगों का इरादा था, ईको पार्क बन

गया, इसके लिये जल संसाधन विभाग को बधाई देते हैं। अब
उन्होंने इसे बना दिया, इसे पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन
विभाग टेक ओवर करेगा और वे पूरे तौर पर इसका रखरखाव
करेंगे। जरूरत पड़ी तो इसके क्षेत्र का विस्तार भी किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि नियमित रूप से लोगों को टहलने में सुविधा
होगी। लोगों को पर्यावरण के बारे में अच्छी समझ है। हम
पूरे इलाके को ईको टूरिज्म के लिये विकसित कर रहे हैं और
यहाॅ सब जगह से लोग आने भी लगे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि
बाघों की संख्या बढ़ी है, इसका कारण है कि हमलोगों का
पर्यावरण के प्रति ज्यादा लगाव है। हमलोग एक-एक चीज का ख्याल रखते
हैं। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में कई लोगों
की नियुक्तियाॅ भी हुयी हंै। हमारा उद्देष्य है कि देष में
ईको टूरिज्म के क्षेत्र में वाल्मीकिनगर का बड़ा स्थान हो।
पर्यटन विभाग तो अपना काम करता है लेकिन अब ईको टूरिज्म का
काम पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का एक पक्ष होगा।
इसके लिये भी जमीन का आवंटन जल संसाधन विभाग से करवा रहे
हैं। यहाॅ कन्वेंषन सेंटर भी बनेगा, इसके बारे में पहले ही
विचार हो चुका है और इसके लिये यहाॅ कैबिनेट की बैठक भी
बुलायी जायेगी। मीडिया से अपील करते हुये मुख्यमंत्री ने कि
आपलोग इस स्थल का व्यापक प्रचार-प्रसार करें।
ईको टुरिज्म की योजनाओं की सौगात के बाद मुख्यमंत्री
ने वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी का आनंद उठाया एवं
वन्य प्राणियों के दीदार किये।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री सुषील कुमार मोदी, जल संसाधन
मंत्री श्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के परामर्षी श्री अंजनी कुमार
सिंह, सांसद श्री बैद्यनाथ महतो, विधायक श्री धीरेन्द्र प्रताप सिंह सहित
अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।