निशांत करपटने पटना
बीजेपी के अमित शाह द्वारा 7 जून को डिजिटल रैली के एलान से बिहार की सामान्य जनता भक् चक में है सामान्य तो क्या, खास लोग तथा बीजेपी समर्थक भी, अचंभे और विस्मय से देख रहा है कि कैसी होगी यह डिजिटल रैली! ऐसा लगता है कि कोरोना संकट काल में चुनावी नैया को खेवने के तरीके भी पार्टियों को ढूंढना चुनौती से कम नहीं है लोगों तक पार्टी की आवाज कैसे पहुंचे ! इसको लेकर जद्दोजहद इस बनते चुनावी माहौल में सभी कर रहे, चाहे बीजेपी जदयू हो या फिर कांग्रेस राजद और अन्य! इस 7 जून को बीजेपी के डिजिटल रैली की घोषणा , बिहार की जनता को चुनावी रंग में रंगने की पहली कसरत होगी! थाह भी लेने की कोशिश है कि इस माध्यम से कहाँ तक पब्लिक में चुनावी खिचड़ी पकायी जा सकती है! इसका जमीनी तोड़ सोचते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने घोषणा किया है कि 7 जून को ही राजद के समर्थक और जनता थाली गिलास कटोरा थामकर बजायेंगे और बीजेपी की प्रति विरोध आक्रोश व्यक्त करेंगे
