by Nishant karpatne तीर धनुष तलवार हार कर जब बैठी तरुणाई थी .. कलम जगी विध्वंस राग से गूँज उठी अमराई थी .. ऐसे
litrature & spirituality
क्षमा करें प्रेमचंद
From the desk of executive editor/Nishant karpatne 31 जुलाई : प्रेमचंद जयंती, श्री रामबचन राय के फेसबुक वाल से वह प्रेमचंद का जन्म-शताब्दी वर्ष
क्या ख़बर थी आपसे मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे — ! साहित्य सम्मेलन के फ़ेसबुक पटल पर लाइव हुए देश के ख्यातिलब्ध कवि कुँवर बेचैन
sunayana singh पटना, २८ जुलाई। “अपने मन में ही अचानक, यूँ तरल हो जाएँगे/ क्या ख़बर थी आपसे मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे”— ज़िंदगी यूँ
नज़रिए हो गए छोटे हमारे, अब बौने बड़े दिखने लगे हैं —
! By Sunayana singh पटना, २१ जुलाई। “नज़रिए हो गए छोटे हमारे/ अब बौने बड़े दिखने लगे हैं/ चले इंसानीयत की राह पर जो/
मेघदूत कालिदास कि वो कृति जिसे प्रकृति भी पढ़े तो मोहित हो जाये : थॉट्स एन इंक
sunayna singh मेघदूत यानी श्रावण मास ,मेघदूत अर्थात कालिदास की वो अद्वितीय कृति जिसे पढ़े तो प्रकृति भी मोहित हो जाए।मेघदूत नामक काव्य पाठ
ज़िंदगी से शिकायत करूँ तो नहीं, किस ख़ुशी में रहूँ, कुछ कहो तो ज़रा — ! साहित्य सम्मेलन के फ़ेसबुक पटल पर लाइव हुई हिन्दी और मैथिली की लोकप्रिया कवयित्री डा शेफालिका वर्मा
By sunayna singh पटना, १४ जुलाई। “ज़िंदगी से शिकायत करूँ तो नहीं, किस ख़ुशी में रहूँ कुछ कहो तो ज़रा/ कौन सुरभित सुमन की
महापंडित और भावितात्मा साहित्यकार थे डा शिवदास पाण्डेय . निधन पर साहित्य सम्मेलन ने गहरा शोक प्रकट किया
sunayana singh पटना, १३ जुलाई । भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और अनेक ग्रंथों के रचयिता डा शिवदास पाण्डेय स्वाध्याय से अर्जित अपने