Patna january 22 जहां भावना है, संवेदना है, कविता-कहानी, रचना वहीं से शुरू हो जाती है। साहित्य मनुष्य को संवेदनशील बनाता है, हमारी मन की…
View More कविता-कहानी, शेर-ओ-शायरी, आलेख, छंद और व्यक्तव्यों के जरिए साहित्य बिहार में समा बांधाCategory: litrature & spirituality
मैथिलीशरण गुप्त // आज जिनकी जयंती है
by Nishant karpatne तीर धनुष तलवार हार कर जब बैठी तरुणाई थी .. कलम जगी विध्वंस राग से गूँज उठी अमराई थी .. ऐसे में…
View More मैथिलीशरण गुप्त // आज जिनकी जयंती हैक्षमा करें प्रेमचंद
From the desk of executive editor/Nishant karpatne 31 जुलाई : प्रेमचंद जयंती, श्री रामबचन राय के फेसबुक वाल से वह प्रेमचंद का जन्म-शताब्दी वर्ष था।…
View More क्षमा करें प्रेमचंदक्या ख़बर थी आपसे मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे — ! साहित्य सम्मेलन के फ़ेसबुक पटल पर लाइव हुए देश के ख्यातिलब्ध कवि कुँवर बेचैन
sunayana singh पटना, २८ जुलाई। “अपने मन में ही अचानक, यूँ तरल हो जाएँगे/ क्या ख़बर थी आपसे मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे”— ज़िंदगी यूँ भी…
View More क्या ख़बर थी आपसे मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे — ! साहित्य सम्मेलन के फ़ेसबुक पटल पर लाइव हुए देश के ख्यातिलब्ध कवि कुँवर बेचैननज़रिए हो गए छोटे हमारे, अब बौने बड़े दिखने लगे हैं —
! By Sunayana singh पटना, २१ जुलाई। “नज़रिए हो गए छोटे हमारे/ अब बौने बड़े दिखने लगे हैं/ चले इंसानीयत की राह पर जो/ मुसीबत…
View More नज़रिए हो गए छोटे हमारे, अब बौने बड़े दिखने लगे हैं —मेघदूत कालिदास कि वो कृति जिसे प्रकृति भी पढ़े तो मोहित हो जाये : थॉट्स एन इंक
sunayna singh मेघदूत यानी श्रावण मास ,मेघदूत अर्थात कालिदास की वो अद्वितीय कृति जिसे पढ़े तो प्रकृति भी मोहित हो जाए।मेघदूत नामक काव्य पाठ प्रतियोगिता…
View More मेघदूत कालिदास कि वो कृति जिसे प्रकृति भी पढ़े तो मोहित हो जाये : थॉट्स एन इंकज़िंदगी से शिकायत करूँ तो नहीं, किस ख़ुशी में रहूँ, कुछ कहो तो ज़रा — ! साहित्य सम्मेलन के फ़ेसबुक पटल पर लाइव हुई हिन्दी और मैथिली की लोकप्रिया कवयित्री डा शेफालिका वर्मा
By sunayna singh पटना, १४ जुलाई। “ज़िंदगी से शिकायत करूँ तो नहीं, किस ख़ुशी में रहूँ कुछ कहो तो ज़रा/ कौन सुरभित सुमन की प्रशंसा…
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