
विभा रानी द्वारा लिखित नाटक ‘दूसरा आदमी दूसरी औरत’ का मंचन स्थानीय कालिदास रंगालय में
संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली के सहयोग से नाट्य-संस्था ‘रंगम, पटना द्वारा दिनांक 12 अगस्त, 2023 को विभा रानी द्वारा लिखित नाटक ‘दूसरा आदमी दूसरी औरत’ का मंचन स्थानीय कालिदास रंगालय में हुआ, जिसकी परिकल्पना एवं निर्देशन रास राज ने किया। इस अवसर पर शहर के अनेक गणमान्य विशिष्ट अतिथि जैसे जनस्वास्थ्य कल्याण समिति, पटना, बिहार के सचिव डॉ. लाल बाबू सिंह, रेडियो सिटी 91.1. FM से श्रीमती RJ वरखा, अपर पुलिस अधीक्षक S.TF पटना बिहार से श्री मनीष कुमार सिन्हा जी उद्घाटन सत्र में उपस्थित हुए। इसके उपरांत ‘दूसरा आदमी दूसरी औरत’ नाटक का मंचन सफलता पूर्वक हुआ |

कथासार
दूसरा आदमी दूसरी औरत नाटक जीवन के खालीपन से उपजे नए संबंधों की कहानी है। जीवन के एक मोड़ पर हर विवाहित स्त्री-पुरुष के जीवन में एक खालीपन रेंगने लगता है। यह आवास और सावास कुछ भी हो सकता है। मगर | इसकी परिणति विवाहेतर सबंध में होती है। विवाहेतर संबंध आपके भीतर फिर से युवा होने का अहसास जगाता है। यह | आपके जीवन में एक बार फिर से नया रोमांस लेकर आता है और आपके जीवन में आ रही एकरसता को तोड़ता है। लेकिन जल्द ही, कई सवाल आपके सामने यक्षप्रश्न की तरह सिर उठाने लगते हैं, जैसे अपने जीवनसाथी को छलना और इस संबंध की अनिश्चितता आदि-आदि।

दूसरा आदमी दूसरी औरत नाटक भी कुछ ऐसी ही है। कहानी दो किरदार शोमा दास एव संभव सिंह की ज़िन्दगी के इर्द-गिर्द घुमती है। शोमा मुंबई के एक ऐड एजेंसी में नौकरी करती है वहीं संभव उसी एजेंसी का मालिक है। दोनों की मुलाकातें प्यार का रूप लेती है। शोमा हालांकि अपने अपमानजनक पति को छोड़ कर आई है और वहीं सम्भव अपने वैवाहिक जीवन से खुश नहीं है। वह शोमा की तरफ आकर्षित होता चला जाता है। दोनों का प्यार परवान चढ़ता है। दोनों में प्यार फिर रिश्तों में कडवाहट का आना एक उधेड़बुन जैसी जिन्दगी हो जाना। यही कहानी का सार है।
यह नाटक अपनी परिपक्वता के कारण अधिक समसामयिक है। इसमें जीवन के यथार्थ विवाहेतर संबंध के तथाकथित समानीपन, जो आज सामान्यतः सभी जगह पाए जाते हैं के बगैर एक यथार्थपरक सच्चाई के साथ सामने आते हैं। नाटक इस तरह के संबंधों को व्यग्यपूर्ण और विद्रुप सच्चाई को सामने लाता है


मंच पर– संभव रास राज शोमा – • उज्जवला गाँगुली
मंच परे– प्रस्तुति संयोजक रमेश सिंह, मनोज प्रोडक्शन मैनेजर पिंकू राज वस्त्र-विन्यास विभा रूप-सज्जा निभा प्रकाश-परिकल्पना : विनय कुमार संगीत एवं संचालन कुमार शिवम फोटोग्राफी विभा वीडियोग्राफी आदित्य शर्मा C मंच – परिकल्पना : राजू कुमार, सतीश कुमार.कुमार प्रोपर्टी इंचार्ज रमेश सिंह, शिवम पाण्डेय कार्ड, फोल्डर, पोस्टर, फलैक्स डिजायन : आदर्श राज प्यासा मीडिया प्रभारी मनीष महिवाल टिकट पर बिकेस साह, अभिषेक सिन्हा/हम आभारी है- अक्षरा आर्ट्स, बिहार आर्ट थियेटर, जनस्वास्थ्य कल्याण समिति, पटना, बिहार के सचिव डॉ. लाल बाबू सिंह फर्स्ट इम्प्रेशन फोटोग्राफी, सत्यम फिल्मस, रास राज ब्लॉग्स, एवं समस्त प्रेस प्रतिनिधि और रंगकर्मी साथी।
