निशांत करपटने पटना
आज समाजवादी पुरौधा जार्ज फनाडिस की जयन्ती है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने राजनैतिक गुरु जार्ज को श्रद्धांजलि अर्पित किया , आम जनता के मन में ये सवाल उठना लाजमी है कि क्या नीतीश जी की श्रृध्दांजलि सचमुच में श्रद्धा सुमन ही है या कोई गहरे पछतावे की टीस
गुरु जार्ज और शिष्य नीतीशजी के मध्य वो तनातनी बरबस लोगों को याद आती है जब नीतीश
कुमार ने अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष श्री जार्ज फनाडिस को सियासी शिकस्त देते हुए उन्हें पार्टी से निषकासित कर पार्टी पर अपना प्रभुत्व स्थापित किया था आज उनकी जयंती पर श्रधांजलि , आमजनों के लिए सवाल है कि कहीं इस श्रधांजलि में शिष्य नीतीशजी के पश्चाताप की अनुगूँज तो नहीं, या फिर इस चुनावी वर्ष की यह कोई सियासी जरूरत है