प्रेम में भागने और सामाजिक जटिलता की दास्तान है ‘कायर’

दिनांक – 31 जुलाई, 2023. पटना.

प्रेमचंद के 141वें जयंती के अवसर पर रंग मार्च, पटना द्वारा ‘कायर’ नाटक का मंचन रंग मार्च स्टूडियो में किया गया। इस नाटक का मंचन एक्टर स्पेस के नए सत्र के छात्रों द्वारा मृत्युन्जय शर्मा के निर्देशन में किया गया। प्रेमचंद की कहानियों में मुख्य रूप से महिलाओं और वंचितों के स्वर उजागर होते हैं।

केशव और प्रेमा एक ही कॉलेज में सहपाठी हैं। केशव प्रेमा के प्रति अपने प्रेम का इजहार करता है, लेकिन सामाजिक जात पात के बंधनों के अधीन प्रेमा इसे अस्वीकार कर देती है। केशव नाराज होकर चला जाता है। अब प्रेमा इस रिश्ते के बारे में सोचने लगती है और अपने माता पिता को इस बारे में बताती है। पहले तो वो गुस्सा करते है लेकिन बाद में केशव के यहां इस रिश्ते की बात करने जाते हैं। केशव के पिता ब्राह्मण है और गुस्से में बेइज्जत करके प्रेमा के पिता को भगा देते हैं। केशव पिता से फटकार सुनकर प्रेमा से इस रिश्ते के लिये साफ मना कर देता है। इस तरह प्रेमा केशव को कायर कहकर थप्पड़ मारती है।

मंच पर अभनेता – आयशा कृति, सचिन कुमार, अरवाज़ खान, गार्गी चौधरी, अभिजीत राज, मानसी प्रिया और इरशाद।
संगीत – अभिषेक कुमार आनन्द, सहयोग – सृष्टि शर्मा, श्रेया शर्मा।
नाट्य रूपांतरण एवं निर्देशन – मृत्युन्जय शर्मा।

नाट्य मंचन के पश्चात सभी प्रतिभागी छात्रों को संस्थान के अध्यक्ष रवि चन्द्र, सचिव नूपुर चक्रवर्ती, लक्ष्मी सिंह और निर्देशक मृत्युंजय शर्मा के सौजन्य से प्रमाण पत्र दिया गया

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