
प्रांगण द्वारा आयोजित पांच दिवसीय पाटलिपुत्र नाट्य महोत्सव 2022-23 के आखिरी दिन सामन्ता चंद्रशेखर की प्रस्तुति।
।
सामन्ता चंद्रशेखर
नाटककार : भास्कर चन्द्र महापात्र,
निर्देशक : भास्कर चन्द्र महापात्र,
कथासार
जो निज स्वार्थ त्यागकर बिना लाग-लपेट अपना सर्वस्व दूसरों के कल्याण और समाज के हित में लगा देते हैं, वही “महान” कहलाते हैं। उनके किये कार्यों और दिखाए गये मार्गों का अनुशरण कर जो विपथगामी को सुपथ पर लाता है, वह भी महान कहा जा सकता है। ऐसे ही महान आत्माओं में एक थे, महामहोपाध्याय पठानी सामन्ता चंद्रशेखर सिंह हरिचंदना महापात्रा। उनका जन्म खानदापदा साम्राज्य में हुआ था। वे अपनी गरीबी और बीमारी से लगातार जूझते रहे। फिर भी सदा बाँस या लकड़ियों का औजार बनाकर आकाश को निहारते रहते थे, पेड-पौधों का अवलोकन करते रहते थे। वे लगातार कुछ ढूंढ रहे होते थे और इसी काम में उन्होंने अपना पूरा जीवन खपा दिया। पेड़-पौधों की स्थिति और गतिशीलता पर किये गये अपने खोज के परिणामस्वरूप उन्होंने दुनिया को बेमिसाल तोहफा दिया जो बाद में समाज और दुनिया के लिए वरदान साबित हुआ। इसी अन्वेषण और उपलब्धि पर आधारित उन्होंने एक किताब भी लिखी, “सिद्धान्त दर्पण । उड़िया साहित्य में भले यह आज भी कृति हो पर समाज ने तो जैसे इसे भुला ही दिया है।
मंच पर : भास्कर चन्द्र महापात्रा, बुशिन्धा मोहन्ती, विजय पात्रो, सुरेन्द्र पाघी, प्रलय सतपथी, तृप्ति नारायण मिश्रा, प्रज्ञानन्द मोहन्ती, पुष्पा बिशोई, सस्मित बेक, सेदेशना रानी राउत, सुरभि राणा
नेपथ्य
संगीत : शक्ति प्रसाद मिश्रा, प्रकाश: राकेश सतपथी, मंच व्यवस्था : प्रलय सतपथी,
रूप सज्जा : मामा चित्रालय (पिंक)


पाटलिपुत्र नाट्य महोत्सव 2022-23 में अपने जिम्मेदारियों के साथ डटे रंगकर्मी . . .
सचिव अभय सिन्हा
अध्यक्ष मधुरेश शरण
उपाध्यक्ष अनिल वर्मा,
कोषाध्यक्ष सोमा चक्रवर्ती
महोत्सव संयोजक : नीलेश्वर मिश्र
नुकड़ मंच प्रभारी : ओम प्रकाश,
प्रेक्षागृह प्रभारी : अमिताभ,दिनेश,आशुतोष,संसंजय, अतीश ,अरविंद।
भोजन व्यवस्था : संजय बरनवाल
आवास व्यवस्था : राजेश पांडेय,
नुकड एवम मंच उद्घोषणा : संजय सिंह।
कालिदास परिसर साज सज्जा : उमेश शर्मा,
परिसर लाइट सज्जा : संजय बरनवाल,
सुरक्षा व्यवस्था : अगर सिक्योरिटी
स्टील और वीडियोग्राफी : रतन कुमार और रवि,
महोत्सव संयोजक सहयोग : संजय सिंह
मीडिया प्रभारी
मनीष महिवाल