
भूगर्भ शास्त्र विश्वविद्यालय के प्लेटिनम जुबली कार्यक्रम सह एल्यमिनी मीट कार्यक्रम आयोजित
जल्द ही पुराने गौरव को प्राप्त करेगा पटना विश्वविद्यालय : कुलपति
्रपटना/19 फरवरी 2023।। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय जल्द अपने पुराने गौरव को वापस लायेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही पटना कॉलेज में विज्ञान विषय की पढ़ाई होगी। कुलपति रविवार को भूगर्भ शास्त्र विभाग के प्लेटिनम जुबली समारोह पर एल्युमिनी मीट को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पटना विवि भूगर्भशास्त्र के विद्यार्थी कई क्षेत्रों अपना परचम लहरा रहे हैं। वे जीएसआई, ओएनजीसी, कोल इंडिया, सेन्ट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड, एरिगेशन प्रोजक्ट सहित कई क्षेत्रों अपना नाम रौशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों के लिए मां के समान होती है इसलिए छात्रों का दायित्व है कि वे अपने विभाग व विश्वविद्यालय के विकास में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जुलाई तक 100 प्रतिशत विश्वविÑद्यालय का सत्र ठीक हो जायेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के संरचनात्मक ढ़ाचें के विकास के लिए उन्होंने बिहार सरकार को प्रस्ताव दिया और पहले फेज में 150 करोड़ की लागत से एकेडमिक ब्लॉक व प्रशासनिक ब्लॉक का निर्माण मार्च से आरंभ हो जायेगा। साथ ही 900 छात्राओं को रहने के लिए 151 करोड़ की लागत से नया छात्रावास के लिए काम जुलाई तक आरंभ हो जायेगा।


कुलपति ने कहा कि भूगर्भ शास्त्र विभाग की जो भी समस्या है उसे विभागाध्यक्ष प्रस्ताव बनाकर दें विश्वविद्यालय उसे हल करेगा। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद डॉ रंजन प्रसाद यादव ने कहा कि ये उनके लिए गर्व की बात है कि वे भूगर्भशास्त्र के छात्र व शिक्षक रहें। भूगर्भ शास्त्र विभाग को जग उनकी जरूरत होगी वे मदद को तैयार रहेंगे। इस मौके पर कार्यक्रम के संयोजक प्रो. रणबीर नंदन कि भूगर्भ शासत्र के छात्र के देश में यूपीएससी में सबसे अधिक है इसलिए भूगर्भ शास्त्र विभाग का विकास उनके लिए सुखदाई प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से पटना विवि में सिसमिक रिसर्च सेन्टर बनकर तैयार है जहां के माध्यम से बिहारवासियों को भूकंप सहित अन्य भौगोलिक बदलाव एवं आपदाओं के बारे में जानकारी मिल जायेगी। उन्होंने पूर्ववर्ती छात्रों से अनुरोध किया वे पटना विवि भूगर्भ शास्त्र विभाग को आगे बढ़ाने में सहयोग करें। इस मौके पर भूगर्भशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अतुल आदित्य पांडेय ने कुलपति से मांग की कि विभाग के पुराने भवन को तोड़कर नये जी प्लस थ्री भवन बनायें साथ ही ज्यूलॉजिकल म्युजियम को अत्याधुनिक बनाया जाय और भूगर्भ शास्त्र विभाग के प्रयोगशाला मे अत्याधुनिक उपकरण लगवायें। उन्होंने कहा कि अब पटना विश्ववविद्यालय में पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनजमेंट सहित दो विषयों की पढ़ाई होगी इसके लिए कुलपति ने प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है। मौके पर डाक विभाग के वरीय डाक अधीक्षक राजदेव प्रसाद व अन्य अतिथियों के द्वारा भूगर्भ शास्त्र के प्लेटिनम जुबली पर विशेष आवरण व लिफाफा लांच किया गया।

इसके अलावा आगत अतिथियों के द्वारा स्मारिका व डायरेक्टरी व लेक्चर सीडी लांच किया गया। कार्यक्रम में विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. श्रीनारायण सिन्हा, डॉ विजय शंकर दुबे, डॉ एमएन सिन्हा, डॉ बसंत कुमार मिश्रा, डॉ रमेश कुमार शुक्ला सहित विभाग के सेवानिवृत कर्मियों को साल, पौध व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ भवुक शर्मा, स्वागत भाषण पीयू के डीन डॉ अनिल कुमार व धन्यवाद ज्ञापन डॉ कृति यादव ने किया। इस मौके पर पटना साइंस कॉलेज के प्राचार्य आरके मंडल, वरीय शिक्षक डॉ श्रीनारायण सिन्हा, डीजी पुलिस आलोक राज, वेयर हाउसिंग के एमडी आशुतोष वर्मा, डॉ अशोक कुमार घोष, डीजीएम एचपीसील संजय कुमार, ओएनजीसी के जीएम रेमश उपाध्याय, एसबीआई केजीएम रहे पारिजात सौरभ, आईएएस रमाशंकर, झारखंड के आईएएस शेखर जमुआर, राजीव लोचनख् मनोज कुमार, आईपीएस एसके झा, प्रो. सुहैली मेहता सहित कई गणमान्य मौजूद थे। कार्यक्रम में बाद शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें डीजी आलोक राज सहित कई वर्तमान व पूर्ववर्ती छात्रों में अपनी प्रस्तुति दी।
