
श .श .श .शाहिनबाग .. रिटर्न्स, फिर कोशिश ,
निशांत करपटने पटना
हालिवुड की फिल्म याद है न हम सभी को … द ममी रिटर्न्स ! कुछ इसी तरह 3 जून बुधवार को कोशिश हुई एक बार फिर से .. शाहिनबाग को रिटर्न करने की!
खबर है कि भारी संख्या में महिलाओं ने शाहिनबाग में धरने पर बैठने की कोशिश किया
हलाकि पहले से ही इंटेलिजेंस विभाग ने दिल्ली सरकार और प्रशासन को संभावित धरना को लेकर सूचित कर रखा था
प्रशासन और सरकार की सजगता और चौकसी काम आयी
भारी संख्या में तैनात अर्ध सैनिक बल एवं पुलिस ,ऐसी किसी कोशिश को विफल करने के लिए मौके पर पहले से ही मौजूद थी,
मौके और मसले की नजाकत को देखते हुए
अधिकारियों ने समझा बुझा और मान मनुव्व्ल से उन महिलाओं को वापस भेज दिया
पर ये सवाल कायम और मौजू है कि आखिर सीएए ,एन आर सी के खिलाफ धरना इतना सुनियोजित है , तो है कैसे!
आम जनता के मन में ये सवाल बार बार कौंधता है ,कहीं ये धरने का प्रयास कोई सच में प्रयोग तो नहीं है ,जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वकतव्य में कहा था! कहीं ऐसा न हो कि
शाहीन बाग कोई प्रायोजित और सुनियोजित राजनैतिक मौडल हो और इसके पीछे ऐसी शक्तियां सक्रिय हों जो सामने दिखाई नहीं देती
इसको लेकर पक्ष विपक्ष और जनता के मन में सवालों की लडी है जो मांग रहा है जवाब!