
श्रील प्रभुपाद ने समाज को विशिष्ट दिशा देने का प्रयास किया -राज्यपाल

पटना, 27 मई, 2023:- महामहिम राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने गौड़ीय मिशन के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद के 150वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में रवीन्द्र भवन, पटना में
आयोजित ’विश्व वैष्णव सम्मेलन’ का उद््घाटन किया।



इस अवसर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि श्रील प्रभुपाद ने समाज को विशिष्ट दिशा देने का प्रयास किया। उन्होंने श्रीकृष्ण भक्ति एवं अपने विचारों का जिस ढंग से प्रचार प्रसार किया, उसका
प्रभाव हमें देश-विदेश में आज भी देखने को मिलता है। राज्यपाल ने सनातन धर्म की व्यापकता को स्पष्ट करते हुए कहा कि
विचारधारा में सभी संप्रदाय समाहित हैं। सभी संत एवं महापुरूष तत्कालीन परिस्थितियों के अनुरूप अपने-अपने ढंग से लोगों का मार्गदर्शन करते रहे हैं किन्तु उनके उपदेशों का सार एक ही होता है। राज्यपाल ने कहा कि हमें श्रील प्रभुपाद के आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति एवं परंपरा सनातन एवं नित्य नूतन है और इसकी रक्षा के लिए हमेशा सजग और सचेष्ट रहना चाहिए। इस अवसर पर राज्यपाल ने श्रील प्रभुपाद से संबंधित चित्र प्रदर्शनी का उद््घाटन किया तथा स्मारिका का भी विमोचन किया।कार्यक्रम को केंद्रीय राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चैबे,बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा के सदस्य श्री सुशील कुमार मोदी एवं गौड़ीय मिशन के आचार्य एवं अध्यक्ष श्रीमद् भक्ति सुंदर
संन्यासी गोस्वामी महाराज ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर राज्यसभा के पूर्व सदस्य श्री आर॰के॰सिन्हा, वरीय
अधिवक्ता श्री सुनील कुमार, गौड़ीय मिशन के सहायक सचिव श्रीपद् भक्तिरक्षक हृषिकेश महाराज एवं अनेक साधु-संत, ब्रह्मचारीगण, श्रद्धालुगण एवं अन्य महानुभावगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चैबे, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा के माननीय सदस्य श्री सुशील कुमार मोदी, गौड़ीय मठ के अध्यक्ष एवं आचार्य श्रीमद्् बी॰एस॰ सन्यासी महाराज जी एवं सहायक सचिव श्रीमद््बी ॰आर॰ हृषिकेश महाराज, राज्यसभा के पूर्व सदस्य श्री रविन्द्र किशोर सिन्हा एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
