
पटना के होटल चाणक्य में मिल रही है देशभर के सिल्क की खूबसूरत साड़ीयाँ शादीयों के सीजन व गर्मीयों के लिये खास सिल्क व कॉटन साड़ियों की लेटेस्ट वैरायटी व नये डिजायनों में उपलब्ध करवाने के लिए पटना के बीर चन्द पटेल मार्ग पर स्थित होटल चाणक्य में 18 से 20 मार्च 2003 तक लगी हुयी नेशनल सिल्क एक्सपो प्रदर्शनी व सेल में खरीददारी का एक शानदार अवसर है । इस सेल में देशभर के कोने – कोने से विविध स्थानों की लोकप्रिय वैरायटी की साड़ीयाँ एवं ड्रेस मटेरियल उपलब्ध है , जो मन को लुभाने वाले हैं तरह – तरह के डिजाइन्स , पैट , कलर कॉम्बिनेशन इन साड़ियों का व्यापक खजाना है । साथ ही साथ फैशन ज्वेलरी का भी लुभावना कलेक्शन यहाँ पेश किया गया है जिसमें 15 हजार से लेकर 2 लाख तक की गुजरात की डबल इक्कत हैडमेड पटोला साड़ी उपलब्ध है , जो आठ महीने में तैयार होती है , इसे दो बार चुना जाता है । हर भागे को अलग से कलर किया जाता है , प्योर सिल्क की होने की वजह से यह इतनी महगी होती है । यहाँ हजार से लेकर 20 हजार की महाराष्ट्र की पैठणी साड़ीयों में गांव का परि है तो वहीं राजा – महाराजाओं का राजसी अंदाज तो कहीं मुगलकाल की कला है । रेशम के ताने – बाने पर खूबसूरत कारीगरी बनारस के बुनकर अपनी साड़ीयों को नए जमाने के हिसाब से लोकप्रिय बनाने के लिए कई तरह के प्रयोग करते रहते है । कभी वे बनारसी साड़ीयों पर बाग की छपाई करवाते है तो अब वे बनारसी सिल्क साड़ीयों पर महाराष्ट्र की पैठणी साड़ीयों के मोटिफ बुन रहे हैं । वैसे पारंपरिक बनारसी जरी और कढ़वा बूटी साड़ीयों से लेकर तनछोई तक कई तरह की वैरायटी एक हजार से लेकर पांच हजार तक इस सेल में मिल रही है । रेशम की बुनाई के लिए मशहूर बिहार के भागलपुर से कई बुनकर शादी सीजन जैसे खास मौके पर पहने जाने वाले के लिये खासे बने हुये भागलपुर सिल्का पड़ा भी उपलब्ध है । तमिलनाडु जरी की काजीदमी भी महिलाओं का पसंद आ रही है । सोने और चांदी के तारों से बनी इस सा की कारीगर 30 से 40 दिन में तैयार करते हैं जिसकी कीमत 5 हजार से शुरू होकर लख होती है । मैसूर सिल्क साड़ीयों के राज्य ही और जॉर्जेट सिल्क बिहार का सार सिल्क , आधा प्रदेश का उसका गा सिल्की घटना के बीच पटेल मार्ग पर स्थित होटल चाणक्य में उपलब्ध है