त्रिपुरा में एक सप्ताह के सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम / टीम में पटना वीमेंस कॉलेज, पटना कॉलेजिएट, बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल, केंद्रीय विद्यालय की छात्राएं शामिल

त्रिपुरा में एक सप्ताह के सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के बाद, बिहार टीम के नोडल अधिकारी प्रो. आलोक जॉन, डीन, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और परामर्श सेवाएं, पटना वीमेंस कॉलेज, व अन्य सदस्य डॉ. प्रियंका, सहायक प्रोफेसर, इतिहास विभाग, डॉ. जूलॉजी विभाग के सुमीत रंजन और राजनीति विज्ञान विभाग की सुश्री तान्या बनर्जी शुक्रवार 2 दिसंबर को वापस आ गईं। टीम में पटना वीमेंस कॉलेज, पटना कॉलेजिएट, बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल, केंद्रीय विद्यालय की छात्राएं शामिल थीं।
दौरे की शुरुआत राजभवन के दौरे और माननीय राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य द्वारा दिए गए प्रेरक भाषण से हुई। त्रिपुरा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत छात्रों के लिए मुख्य आकर्षण थी। विभिन्न मंदिरों, स्मारकों, प्राणि उद्यान और भारत-बांग्लादेश सीमा पर परेड ने पूरी टीम को मंत्रमुग्ध कर दिया। नीपको (नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड) के दौरे में छात्रों के साथ महाप्रबंधक की बातचीत ने छात्रों में वैज्ञानिक कौशल को प्रज्वलित किया गया, जिन्होंने आसपास के क्षेत्र में बिजली के उत्पादन की बारीकियों को समझाया। टीम को त्रिपुरा सरकार के मुख्य सचिव, श्री जितेंद्र कुमार सिन्हा और त्रिपुरा के डीजीपी, श्री अमिताभ रंजन के साथ बातचीत करने का अवसर भी मिला, ये दोनों बिहार से ताल्लुक रखते हैं और असम राइफल्स के प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया। नीर महल की भव्यता और अल्बर्ट एक्का युद्ध स्मारक की भव्यता ने छात्रों को उनके अतीत की याद दिला दी। त्रिपुरा में अंतिम शाम बिहार के छात्रों द्वारा विभिन्न लोक नृत्यों के शानदार प्रदर्शन के साथ जोश और उत्साह से भरी हुई थी। बांस के उत्पादों की सुंदरता और हरे-भरे चाय के बागानों ने उत्तर पूर्व में इस भू-आबद्ध भूमि की सुंदरता पर जोर दिया।

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