उम्मीदों के बोझ से दबे जिंदगी का सच “तुम बिन”

रंग गुरुकुल की प्रस्तुति
“तुम बिन”

लेखिका: ममता मेहरोत्रा
रूपांतरण: विवेक कुमार
निर्देशक: गुंजन कुमार

      कथासार

“तुम बिन” यह कहानी एक ऐसी युवती सुप्रिया की है,जो महत्वाकांक्षी भी है और मेघावी भी,जो अपने सपनों को साकार करने के लिए दिन रात मेहनत करती है और डॉक्टर बनकर अपने मां बाप का नाम रोशन करना चाहती है। पर, उम्र के इस पड़ाव में वो मनुज से प्यार करने की भूल कर बैठती है और मनुज सामाजिक बंधन और पिता के विरुद्ध ना जाने के कारण सुप्रिया को उस वक्त अकेला छोड़ देता है जब सुप्रिया को उसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है। सुप्रिया अपने मां बाप और प्यार को खोकर इस जमाने के आगे हार मानकर आत्महत्या कर लेती है।
ये कहानी सामाजिक बंधन और उसकी परिस्थिति की उम्मीदों के बोझ से दबे इंसानों की जिंदगी का सच बयां करती है
शेष मंच पर ———–

      मंच पर
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सुप्रिया: विनीता कुमारी
सुप्रिया की मां: उज्जवला गांगुली
सुप्रिया के पिता: विष्णुदेव कुमार
मनुज: चक्रपाणि पाण्डेय
मनुज के पिता: मणिकांत चौधरी
राहुल : अविनाश कुमार
सुप्रिया(युवा): विजया शांति
राहुल(बाल्य): आद्या
राहुल: गुंजन कुमार

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नेपथ्य

सहायक निर्देशक: सुप्रिया लक्ष्मी
प्रोडक्शन सहायक: अनामिका,संजय,शिवम एवं विक्की
संगीत: आदर्श राज प्यासा
रूप सज्जा: मनोज मयंक व अंजू सिन्हा
लाइट: राजीव रॉय
सेट डिजाइन: आदर्श वैभव,सुनील कुमार एवं रंजन ठाकुर
फोटोग्राफी: राज नीरज राज.

प्रेमनाथ खन्ना स्मृति आदिशक्ति नाट्य महोत्सव २०२३ के उपलक्ष्य में संस्था “रंग गुरुकुल” द्वारा कालिदास रंगालय के शकुंतला प्रेक्षागृह में नाट्य मंच राजवीर गुंजन के निर्देशन में हुआ।

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