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पटना, 12 अगस्त 2024 – डायबिटीज के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पटना स्टेशन पर “वॉक फॉर लाइफ” नामक एक विशेष जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया, जिसमें आस्था फाउंडेशन की ओर से हजारों यात्रियों को इस साइलेंट किलर के प्रति सतर्क किया गया। इस अभियान के तहत प्रसिद्ध फिजिशियन डॉ. दिवाकर तैजसवी ने कहा कि तनाव मुक्त जीवन और नियमित चलना, डायबिटीज से बचाव के लिए अत्यंत आवश्यक है।
डॉ. तैजसवी ने बताया कि जिस तरह से डायबिटीज आज हर व्यक्ति को अपनी चपेट में ले रहा है, उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि आने वाले समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो इस बीमारी से बच सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी भारत को चेतावनी देते हुए आगाह किया है कि यदि जीवनशैली में सुधार नहीं किया गया तो हर भारतीय भविष्य में डायबिटीज से पीड़ित हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि डायबिटीज एक साइलेंट किलर है, जो एक बार हो जाने पर जीवनभर नियंत्रित रखा जा सकता है, लेकिन इसे समाप्त नहीं किया जा सकता। डायबिटीज शरीर के सभी अंगों को धीरे-धीरे प्रभावित करती है, और इसके परिणामस्वरूप विभिन्न गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। उन्होंने जोर दिया कि जीवनशैली में बदलाव ही इस बीमारी से बचाव का एकमात्र उपाय है।
इस जागरूकता अभियान के दौरान, पटना स्टेशन पर पहली बार डायबिटीज के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इस तरह का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रसिद्ध सिंगर कुमार संभव, राज रौशन और मनोज कुमार ने भी अपने गीतों के माध्यम से यात्रियों को जागरूकता के प्रति आकर्षित किया।
कार्यक्रम में मशहूर यूरोलॉजिस्ट डॉ. निखिल रंजन चौधरी ने बताया कि डायबिटीज और हाइपरटेंशन से आजकल युवा अधिक प्रभावित हो रहे हैं, जिससे किडनी की समस्याएं बढ़ रही हैं। पेट रोग विशेषज्ञ डॉ. साकेत कुमार ने कहा कि डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों को सबसे ज्यादा दिक्कतें पेट संबंधी होती हैं, इसलिए इससे बचाव के लिए शुरुआत से ही बच्चों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आदत डालनी चाहिए।
मशहूर डाइटिशियन चेतन कुमार ने यात्रियों से अपील की कि वे सफर के दौरान खान-पान का विशेष ध्यान रखें ताकि डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में दिक्कतें न हों।
आस्था फाउंडेशन के चेयरमैन निक्की सिंह ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य हर व्यक्ति को डायबिटीज के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि आस्था फाउंडेशन की टीम नियमित रूप से चौराहों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और सार्वजनिक स्थलों पर इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करती है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आस्था फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रभारी संजीव कर्ण, रौशन राज, स्टेशन निदेशक और आरपीएफ के जवानों का विशेष योगदान रहा।