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पटना: कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सौजन्य से साहित्यिक संस्था सामयिक परिवेश द्वारा आयोजित तीन दिवसीय साहित्य, संगीत एवं नाट्य समागम के दूसरे दिन का आयोजन प्रेमचंद रंगशाला में किया गया। इस अवसर पर बिहार भर से आए 54 साहित्यकारों ने अपनी लघुकथाओं का पाठ किया, जिससे साहित्य प्रेमियों का एक बड़ा जमघट देखने को मिला। कार्यक्रम का संयोजन और संचालन डॉ. ध्रुव कुमार ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत लिटेरा पब्लिक स्कूल के बच्चों की प्रस्तुति से हुई। नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी सधी हुई रियाज और मासूम अभिनय ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों की प्रस्तुतियों में उनकी मेहनत और तैयारी स्पष्ट रूप से झलक रही थी, जिसने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।
संध्या सत्र में सात्विक वीणा के रचयिता सलिल भट्ट ने अपनी रोचक और शास्त्रीय प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। उनकी वीणा की मधुर ध्वनियों ने श्रोताओं को आह और वाह के कशमकश के बीच झूमने को मजबूर कर दिया। सलिल भट्ट की प्रस्तुति ने दर्शकों को भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराई और सुंदरता का अनुभव कराया।
दूसरे दिन के समापन में प्रसिद्ध लोक गायिका रेखा झा ने अपने लोक गायन से सभी का मन मोह लिया। उनकी आवाज की मिठास और लोक संगीत की धुनों ने श्रोताओं को बांधे रखा और कार्यक्रम के अंतिम चरण को एक यादगार बना दिया। रेखा झा की प्रस्तुतियों ने बिहार की समृद्ध लोक संगीत परंपरा को मंच पर जीवंत कर दिया।
इस मौके पर आयोजक संस्था सामयिक परिवेश की संस्थापिका ममता मेहरोत्रा ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी साहित्यकारों और कलाकारों का धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि बाल कलाकारों को लगातार प्रोत्साहन की आवश्यकता है ताकि वे अपनी प्रतिभा को और निखार सकें। ममता मेहरोत्रा ने बताया कि ऐसे आयोजन बच्चों को अपनी कला और संस्कृति के प्रति जागरूक करने और उन्हें एक मंच प्रदान करने का महत्वपूर्ण साधन हैं।
साहित्य, संगीत एवं नाट्य समागम का यह आयोजन साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण और आनंददायक अनुभव रहा। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है, बल्कि समाज में साहित्य और संस्कृति के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है। इस कार्यक्रम ने साहित्यकारों, संगीतकारों और कलाकारों को एक साथ लाकर एक अद्वितीय मंच प्रदान किया है, जिससे सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन और प्रेरणा मिली है।