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विदित हो कि सरकार के निदेश के आलोक में आज से पटना जिला में शिक्षा संवाद कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत हुई है। जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के निदेश के आलोक में जिलान्तर्गत सभी 423 उच्च माध्यमिक विद्यालयों/माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा संवाद के आयोजन हेतु रोस्टर का निर्धारण किया गया है तथा विद्यालयवार पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। दिनांक 22 जनवरी, 2024 तक सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों/माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा संवाद का आयोजन किया जाएगा। आज के शिक्षा संवाद के प्रारंभ में विद्यालय के प्राचार्य द्वारा आयुक्त, जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया। उपस्थित लोगों को शिक्षा विभाग द्वारा निर्मित एक डॉक्युमेंट्री दिखाया गया। उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुलतानिया द्वारा छात्राओं एवं अभिभावकों को शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना श्री अमित कुमार द्वारा पटना जिला में विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में विद्यालय की अध्ययनरत छात्राओं एवं पूर्ववर्ती छात्राओं ने अपना-अपना अनुभव साझा किया। इन लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं से इनके शिक्षा तथा कैरियर के उड़ान में काफी सहायता मिली है।
बच्चों एवं बच्चियों के लिए सामान अवसर उपलब्ध; आपके सपनों की उड़ान को आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रतिबद्धः आयुक्त
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि इतने प्रतिष्ठित बालिका विद्यालय से शिक्षा संवाद का शुभारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएँ चलाई जा रही है। छात्र-छात्राओं को नये अवसर एवं नई दिशा प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारे ऐतिहासिक राज्य बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है। चाहे सिविल सेवा हो या प्रबंधन का क्षेत्र हो सभी क्षेत्रों में हमारे बच्चे परचम लहरा रहे हैं। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षा और रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे भवन निर्माण विभाग के भी सचिव हैं। राज्य में 31 इंजीनियरिंग कॉलेज बन कर चालू है तथा यहाँ लगलग 2,700 शिक्षकों की बहाली हो चुकी है। तकनीकी शिक्षा हो या व्यावसायिक शिक्षा सभी पर सरकार का विशेष ध्यान है।
जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि सभी धन में शिक्षा सबसे बड़ा धन है। उन्होंने शिक्षा संवाद की पृष्ठभूमि एवं उसके उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि शिक्षा संवाद सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य यही है कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने जितनी योजनाएँ चलायी है उसके बारे में जानकारी को और बढ़ाया जाए। माता-पिता, अभिभावकों एवं बच्चों में जागरूकता बढ़ाया जाए ताकि वे इसका अधिक-से-अधिक लाभ उठा सकें। साथ ही आप सभी से फीडबैक एवं सुझाव भी प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा अनेक क्रांतिकारी कदम उठाया गया है। इसका काफी सकारात्मक प्रभाव जीवन-स्तर पर पड़ा है।
उन्होंने कहा कि सरकार के सुविचारित एवं वैज्ञानिक ढंग से लागू किए गए कार्यक्रमों एवं योजनाओं से सामाजिक-आर्थिक इंडिकेटर्स में गुणात्मक परिवर्तन में परिलक्षित हो रहा है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के प्रयासों के बदौलत बाल विवाह में कमी आई है। उन्होंने कहा कि महिला साक्षरता में वृद्धि का सीधा संबंध जनसंख्या स्थिरीकरण से है। कुल प्रजनन दर जो पहले 4.7 था वह अभी 3 के करीब है एवं इसे 2.1 के आदर्श स्तर तक लाने के लिए हमलोग प्रयासरत हैं। इसका प्रभाव प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि एवं अन्य क्षेत्रों में भी दिखाई पर रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार ने निष्पक्ष एवं सुचारू ढंग से तथा काफी कम समय में शिक्षकों का चयन पूरा किया है। बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से तीन महीने के अंतराल में दो लाख बीस हजार से ज्यादा उच्च कोटि के शिक्षकों की नियुक्ति हुई है जिसमें पटना जिला को सात हजार से अधिक शिक्षक मिले हैं। इसमें लगभग चार हजार तीन सौ शिक्षक पटना जिला को उच्च माध्यमिक/माध्यमिक विद्यालयों के लिए प्राप्त हुए हैं।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अभियान में काफी प्रभावकारी साबित होगा। पहले उच्च माध्यमिक/माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-शिक्षक का अनुपात 68 था जो वर्तमान में 29 है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में पटना जिला में 423 उच्च माध्यमिक/माध्यमिक विद्यालय है जिसमें 228 विद्यालय राज्य सरकार के नीतिगत निर्णय के आलोक में वर्ष 2013 से 2020 के बीच स्थापित किया गया ताकि हर पंचायत में उच्च माध्यमिक स्तर तक की पढ़ाई की सुविधा प्रदान की जा सके। जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री बालक-बालिका साईकिल योजना, बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना एवं अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा बच्ची के जन्म से लेकर विवाह तक शैक्षणिक क्षेत्र में सहायता के लिए अनेक योजनाएँ चलायी जा रही है। आप सभी अपने बच्चों को जरूर पढ़ाएँ तथा योजनाओं का लाभ उठाएँ।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती श्वेता रानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर आयुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त श्री तनय सुल्तानिया, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री अमित कुमार, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी पटना श्री लोकेश कुमार झा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारीगण श्री राज कमल, श्री अरूण कुमार मिश्रा, श्री श्याम नन्दन तथा शिक्षा विभाग के अन्य पदाधिकारीगण भी उपस्थित थे।