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पटना सिटी, 28 जून 2025:
हाजीगंज स्थित टेंडर हार्ट्स इंटरनेशनल स्कूल में ‘येलो डे’ का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस विशेष अवसर पर स्कूल परिसर पूरी तरह पीले रंग में रंगा नजर आया। हर ओर पीले रंग की छटा बिखरी हुई थी और छोटे-छोटे बच्चों की रंग-बिरंगी प्रस्तुतियों ने इस दिन को और भी खास बना दिया।


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बच्चे पीले रंग के विविध परिधानों में सजे हुए थे। कोई बच्चा सूरजमुखी का रूप धारण किए हुए था, तो कोई आम, तितली, सूर्यदेवता या केले के स्वरूप में नजर आ रहा था। इन मासूम बच्चों की रचनात्मकता और उत्साह ने सभी का मन मोह लिया। इस कार्यक्रम में अंश रॉय, पीहू रानी, रिद्धि, पार्थ टंडन, ईसिका, समृद्धि, वेदिका, उन्नति केसरी, शिवाय, राधव, राधवी, शती, अगस्त्या, शौयांश बंका, शिवाय केसरी, विराटलव और आरब जैसे विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।

‘येलो डे’ का आयोजन बच्चों में रंगों के महत्व को समझाने और उनके मनोविज्ञान पर सकारात्मक प्रभाव डालने हेतु किया गया था। पीला रंग ऊर्जा, प्रसन्नता और आशावाद का प्रतीक माना जाता है, और इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को इन मूल्यों से परिचित कराने का प्रयास किया गया।

विद्यालय के निदेशक डॉ. रवि भार्गव ने इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, “‘येलो डे’ केवल एक रंग का उत्सव नहीं है, बल्कि यह बच्चों के भीतर खुशियों, ऊर्जा और सकारात्मकता के भाव को प्रोत्साहित करता है। यह रंग सूर्य की तरह ऊर्जा प्रदान करता है और जीवन में आशा की किरण जगाता है।”

प्रधानाचार्या डॉ. जूली भार्गव ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, “‘येलो डे’ मनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को रंगों के महत्व से अवगत कराना है। इसके साथ ही पीले रंग से जुड़ी वस्तुओं की जानकारी देना, जैसे कि आम, केला, सूरजमुखी आदि, ताकि बच्चों में फलों के प्रति रुचि उत्पन्न हो और वे स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हों।”

कार्यक्रम के सफल आयोजन में विद्यालय की शिक्षिकाओं आनंद सक्सेना, पम्मी, रागिनी, श्रद्धा और स्वाति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बच्चों को कार्यक्रम के लिए तैयार करने, उनकी वेशभूषा और प्रस्तुतियों में मार्गदर्शन करने का कार्य बखूबी निभाया।

कुल मिलाकर, ‘येलो डे’ का यह आयोजन बच्चों के लिए न केवल एक आनंददायक अनुभव रहा, बल्कि उन्होंने रचनात्मकता, रंगों की पहचान और पोषण से जुड़ी उपयोगी जानकारियां भी प्राप्त कीं। विद्यालय द्वारा इस प्रकार के आयोजन बाल विकास की दृष्टि से एक सराहनीय पहल है।
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