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By Dayanand singh
पटना, फरवरी 16: पहाड़ी स्थित भारत विकास एवं संजय आनंद विकलांग अस्पताल में आज रजत जयंती वर्ष समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार विधान सभा अध्यक्ष श्री नंदकिशोर यादव ने समारोह का उद्घाटन करते हुए इसे ‘पीड़ित दिव्यांगजनों का अद्भुत अस्पताल’ करार दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आर्थिक संकट के बावजूद यह अस्पताल कभी बंद नहीं होगा।
मुख्य नि:शक्तता आयुक्त, भारत सरकार, डॉ. एस. गोविंदराज ने कहा कि दिव्यांगों की सेवा, प्रभु की सेवा के समान है, और इस अस्पताल ने पिछले 25 वर्षों से इस पवित्र कार्य को निभाया है। पूर्व राज्यपाल श्री गंगा प्रसाद ने भी इस पहल की सराहना करते हुए इसे दिव्यांगों के लिए वरदान बताया।
इस मौके पर अमेरिका से आए श्री सुनील आनंद ने दिव्यांगों की सेवा में हरसंभव सहयोग देने का वादा किया। अस्पताल के समर्पित चिकित्सक डॉ. एस.एस. झा ने अपने संबोधन में कहा कि वे स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें इस महान कार्य में योगदान देने का अवसर मिला।
आर्थोपेडिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ. नवीन ठक्क अस्पताल की सेवाओं से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसे ‘महाकुंभ’ की संज्ञा दी। कार्यक्रम में 40 दिव्यांगजनों को कृत्रिम उपकरण प्रदान किए गए। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता दिव्यांग खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया। दिव्यांग सीमा कुमारी को आवश्यकता अनुसार नियो मोशन ट्राइसाइकिल दी गई, जबकि तीन अन्य दिव्यांगों को मोटराइज्ड साइकिल प्रदान की गई। इस अवसर पर 20 मरीजों की पोलियो एवं करेक्टिव सर्जरी भी की गई, जिसमें दार्जिलिंग के छह बच्चों की सर्जरी शामिल थी।
अस्पताल के चेयरमैन श्री देशबंधु गुप्ता ने इस अवसर पर अस्पताल की सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी। पद्मश्री बिमल जैन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार धीरे-धीरे दिव्यांगता मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और इस लक्ष्य को जल्द ही प्राप्त किया जाएगा।
श्रीमती सीता साहू ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि पीड़ित दिव्यांगजनों की सेवा ही सच्ची मानव सेवा है। मंच संचालन करते हुए श्रीमती निधि माथुर ने भी सेवा के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि अपने जीवन में पुण्य अर्जित करने का सबसे अच्छा तरीका दिव्यांगजनों की सेवा करना है।
अतिथियों को प्रतीक चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विवेक माथुर ने कहा कि ‘दिव्यांगता मुक्त बिहार’ बनाने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने सभा से अपील की कि वे अपने बच्चों के जन्मदिन और शादी की सालगिरह जैसे अवसरों को इस अस्पताल में मरीजों की सेवा के लिए समर्पित करें।
इस मौके पर डॉ. मिथिलेश कुमार, डॉ. जिवेन्दु चौधरी, डॉ. शाह अद्वैत कृष्ण, अमर कसेरा, संजय ड्रोलिया, प्रो. आर.सी. सिन्हा, प्रो. शिव भगवान गुप्ता, निर्मल जैन, वीणा गुप्ता, रेखा कसेरा, सरदार जगजीवन सिंह, सरदार तरलोचन सिंह, लक्ष्मी नारायण भदानी, नीतू ड्रोलिया सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ वंदे मातरम् और समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।