Global media Update tech Update & Automobile Life Style & Entertainment
पटना, 22 मार्च 2025 – बिहार अपना 113वां स्थापना दिवस यानी बिहार दिवस 22 मार्च 2025 को भव्य आयोजनों के साथ मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस वर्ष के समारोह का थीम बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक महत्व और विकास यात्रा पर केंद्रित है।
गांधी मैदान में मुख्य समारोह
राजधानी पटना के गांधी मैदान में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता को संबोधित करेंगे और राज्य की उपलब्धियों को रेखांकित करेंगे। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनी और लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से बिहार के गौरवशाली अतीत और प्रगति की झलक प्रस्तुत की जाएगी।
राज्यभर में भव्य आयोजन
पटना के अलावा, सभी जिलों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें लोक नृत्य प्रस्तुतियां, विरासत यात्राएं, शैक्षिक संगोष्ठियां और साहित्यिक सत्र प्रमुख होंगे। सरकारी भवनों, ऐतिहासिक स्मारकों और प्रमुख स्थलों को नीले और हरे रंग की रोशनी से सजाया जाएगा, जो बिहार दिवस के प्रतीकात्मक रंग हैं।
शैक्षणिक संस्थानों में निबंध प्रतियोगिताएं, प्रश्नोत्तरी और चित्रकला प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाएंगी, जिनका विषय बिहार के इतिहास और भारत में उसके योगदान पर केंद्रित होगा।
बिहार दिवस का ऐतिहासिक महत्व
बिहार दिवस 22 मार्च 1912 को ब्रिटिश शासन के दौरान बिहार को बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग कर एक स्वतंत्र प्रांत बनाए जाने की स्मृति में मनाया जाता है। तब से लेकर आज तक, बिहार ने स्वतंत्रता संग्राम, राजनीति, साहित्य और शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बिहार की प्रगति का प्रदर्शन
इस अवसर पर बिहार की बुनियादी ढांचे, कृषि, शिक्षा और डिजिटल गवर्नेंस में हुई प्रगति को भी प्रदर्शित किया जाएगा। विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा कल्याणकारी योजनाओं, औद्योगिक परियोजनाओं और विकास के नए अवसरों को दर्शाने वाले स्टॉल लगाए जाएंगे।
सांस्कृतिक संध्या और भव्य समापन
समारोह का समापन एक भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ होगा, जिसमें प्रसिद्ध कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। इसके बाद आतिशबाजी के साथ बिहार दिवस का उत्सव अपने चरम पर पहुंचेगा।
बिहार दिवस 2025, राज्य के गौरवशाली अतीत को सम्मान देने और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ने के संकल्प को दोहराने का एक गौरवशाली अवसर साबित होगा।