Global media Update tech Update & Automobile Life Style & Entertainment
पटना, 27 दिसंबर 2024: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के 70वें परीक्षा की पुन: परीक्षा की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। पटना के गर्दनीबाग में पिछले नौ दिनों से सैकड़ों छात्र धरने पर बैठे हैं। शुक्रवार को शिक्षाविद और यूट्यूबर खान सर और गुरु रहमान सर ने प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर परीक्षा रद्द करने और पुन: परीक्षा आयोजित करने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान खान सर ने बीपीएससी पर तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा, “पहले देश का जीडीपी गिरा, फिर बिहार में पुल गिरा, और अब बीपीएससी गिर गया।” उनका कहना था कि बीपीएससी में हुई गड़बड़ियों को देखते हुए आयोग को परीक्षा रद्द कर पुन: परीक्षा आयोजित करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में आयोजित की जानी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो।
खान सर ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “सभी को पुन: परीक्षा चाहिए, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे।” उन्होंने छात्रों के साथ मिलकर नारे भी लगाए और बीपीएससी के खिलाफ आवाज बुलंद की।
हालांकि, प्रदर्शन ने शुक्रवार को एक नया मोड़ ले लिया जब छात्रों ने खान सर और गुरु रहमान सर पर आंदोलन को “हाइजैक” करने का आरोप लगाया। छात्रों का कहना है कि इन दोनों शिक्षकों ने आंदोलन का केंद्र बिंदु बदल दिया है और इसे अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जब शुरुआत में ये दोनों शिक्षाविद आंदोलन में शामिल हुए थे, तो इसका उद्देश्य केवल छात्रों की मांगों को सरकार तक पहुंचाना था। लेकिन अब छात्रों का दावा है कि खान सर और रहमान सर आंदोलन को अपने हित में मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। कई छात्रों ने मंच से दोनों शिक्षकों को हटाने की मांग की और कहा कि वे मुख्य मुद्दे से ध्यान भटका रहे हैं।
शुक्रवार को 70वें बीपीएससी परीक्षा के विरोध प्रदर्शन के दसवें दिन खान सर और गुरु रहमान ने प्रदर्शन स्थल का दौरा किया और पुन: परीक्षा कराने की मांग को दोहराया। खान सर ने कहा, “हम सीसीटीवी की निगरानी में पुन: परीक्षा की मांग कर रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो। हमें सीसीटीवी से डरने की कोई जरूरत नहीं होनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “पहले हम केवल पुन: परीक्षा की मांग कर रहे थे, लेकिन अब यह मांग है कि परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में आयोजित हो। इससे पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और अनियमितताओं को रोका जा सकेगा।”
प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि बीपीएससी की 70वीं परीक्षा में पेपर लीक सहित कई गड़बड़ियां हुई हैं, जिसके चलते सैकड़ों अभ्यर्थी प्रभावित हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार और आयोग इस मामले में ठोस कदम नहीं उठाते, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
गर्दनीबाग में प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा, “हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यह सिर्फ एक परीक्षा का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे करियर और हमारी मेहनत का सवाल है।”
लगातार बढ़ते विरोध प्रदर्शन और छात्रों के आक्रोश ने सरकार और बीपीएससी पर दबाव बढ़ा दिया है। छात्रों की मांग है कि सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और परीक्षा रद्द कर पुन: परीक्षा आयोजित करने की घोषणा करे।
गर्दनीबाग का यह प्रदर्शन बिहार में शिक्षा व्यवस्था और भर्ती प्रक्रियाओं की खामियों को उजागर कर रहा है। शिक्षाविदों की भागीदारी ने इसे एक नई दिशा दी है, लेकिन छात्रों का आरोप है कि इससे आंदोलन के मूल उद्देश्य पर असर पड़ा है। यह देखना होगा कि सरकार और बीपीएससी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगों को कैसे संबोधित करते हैं।