Global media Update tech Update & Automobile Life Style & Entertainment
पटना: संस्कार ग्रुप ऑफ स्कूल्स के अंतर्गत ‘संस्कार वर्ल्ड स्कूल’ का भव्य उद्घाटन वाचस्पति नगर, कुम्हरार में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक श्री अरुण कुमार सिन्हा ने फीता काटकर विद्यालय का उद्घाटन किया और अपने संबोधन में संस्कारयुक्त और अनुशासनपूर्ण शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ नैतिक और सामाजिक मूल्यों की भी सीख दी जानी चाहिए, ताकि वे न केवल एक सक्षम नागरिक बनें, बल्कि समाज के उत्थान में भी योगदान दे सकें।
कार्यक्रम के दौरान MLC एवं जदयू के मुख्य प्रवक्ता श्री नीरज कुमार ने भी बच्चों को आशीर्वचन दिया और अभिभावकों से अनुशासनयुक्त शिक्षा के लिए सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों को बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए संतुलित शिक्षा देनी चाहिए।
पटना के उपाधीक्षक श्री शैलेन्द्र कुमार ने भी समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा के साथ-साथ खेल-कूद और अतिरिक्त गतिविधियों पर जोर देने की बात कही। उन्होंने कहा कि खेल से बच्चों में अनुशासन, टीम भावना और आत्मनिर्भरता विकसित होती है, जो उनके भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।
संस्कार ग्रुप ऑफ स्कूल्स के सचिव श्री पी. सिंह ने विद्यालय की स्थापना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आधुनिक युग में शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि शिक्षा संस्कार, अनुशासन और नवाचार के समन्वय के साथ दी जाए, जिससे छात्र न केवल एक होनहार विद्यार्थी बने बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक भी बने।”
इस अवसर पर वार्ड पार्षद श्री सतीन कुमार गुप्ता, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन एवं चिल्ड्रेन वेलफेयर के सचिव श्री प्रेमरंजन कुमार और कोषाध्यक्ष श्री विजय कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों को अनुशासन, मेहनत और लक्ष्य प्राप्ति के महत्व को समझाया और उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावक, शिक्षक, विद्यार्थी और गणमान्य लोग उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह के बाद बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी, जिसमें नृत्य, गीत और नाटक शामिल थे।
संस्कार वर्ल्ड स्कूल की स्थापना नवाचार आधारित शिक्षा प्रणाली के साथ की गई है, जो बच्चों के बौद्धिक, नैतिक और शारीरिक विकास पर विशेष ध्यान देगा।
4o