Global media Update tech Update & Automobile Life Style & Entertainment
सीतामढ़ी। सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अपनी अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान की सुरक्षा के लिए मातृभाषा को जीवंत रखना आवश्यक है।
इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
✅ मैकेनिकल विभाग के छात्र अमित ने “अइसन आपन है बिहार” पर शानदार नृत्य प्रस्तुति दी।
✅ सुजैन, अन्नू, काजल, अस्मिता और श्वेता ने अवधी, पंजाबी और गुजराती लोकनृत्यों से सबका मन मोह लिया।
✅ सीएसई की छात्रा दुर्गा ने मैथिली और आदित्य ने राजस्थानी गीत गाकर माहौल संगीतमय बना दिया।
✅ आशुतोष, रौशन और चिंटू गिरी ने बिहार की भाषा और संस्कृति पर शानदार पीपीटी प्रस्तुति दी।
✅ आयुष और घनश्याम ने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।
भाषण प्रतियोगिता में भी छात्रों ने विभिन्न भाषाओं में अभिव्यक्ति दी:
कार्यक्रम के दौरान कला प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें विभिन्न भाषाओं की लिपियां, हस्तकलाएं, मधुबनी चित्रकला और बिहार की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया गया।
कार्यक्रम का मंच संचालन एआईएमएल के छात्र धर्मराज ने किया। इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक सुशील कुमार तिवारी, जिज्ञासा, अंशुमाला, मिथिलेश मांझी एवं इवेंट कोऑर्डिनेटर डॉ. आरती कुमारी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
मातृभाषा दिवस के इस आयोजन ने भाषाई विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि के महत्व को उजागर किया और छात्रों में अपनी मातृभाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया।
Now retrieving the price.