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एम्बुलेंस और स्कूल बसें भी फंसी, मरीजों और बच्चों को हुई भारी परेशानी
पटना। सोमवार को फतुहा-पटना एनएच 30 फोरलेन पर भीषण जाम लगने से पूरे पूर्वी पटना की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। दिदारगंज से सिपारा तक फोरलेन के दोनों लेन पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। सर्विस लेन तक पूरी तरह से जाम में घिर गई, जिससे वाहनों की गति लगभग रुक गई।
इस भारी जाम का सबसे ज्यादा असर एम्बुलेंस और स्कूली बसों पर पड़ा। कई मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सके, जबकि स्कूली बच्चे भीषण गर्मी और अव्यवस्था में फंसे रहे। कई स्थानों पर जाम में फंसे वाहन चालकों ने पानी और अन्य सुविधाओं के अभाव में परेशानी झेली।
फोरलेन पर लगे जाम के कारण छोटे वाहन चालकों ने पटना सिटी के अशोक राजपथ और गंगा पथवे का रुख किया, जिससे वहां भी यातायात बाधित हो गया। दीदारगंज से गायघाट के बीच वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। वहीं, गंगा मेरिन ड्राइव पर भी जाम की स्थिति बनी रही।
पटना के पूर्वी क्षेत्र के फोरलेन से सटे इलाकों में भी यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। खासकर दिदारगंज, बायपास थाना मोड़, रानीपुर पैजावा, बड़ी पहाड़ी, जीरो माइल, नंदलाल छपरा, खेमनी चक और सिपारा जैसे इलाकों में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। कई लोग घंटों पैदल चलने को मजबूर हो गए।
हैरानी की बात यह रही कि जाम लगने के स्पष्ट कारण का पता नहीं चल सका। हालाँकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर अतिक्रमण, खराब ट्रैफिक प्रबंधन और बड़ी गाड़ियों की बेतरतीब पार्किंग इसकी मुख्य वजह हो सकती हैं।
जाम की स्थिति को लेकर प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। न ही ट्रैफिक पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था दिखी, जिससे वाहन चालकों को राहत मिल सके। स्थानीय लोग इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।