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Dayanand singh
पटना, 16 अप्रैल 2025 — 3831 करोड़ रुपये की लागत से बने दीघा-दीदारगंज जेपी सेतु के एक हिस्से में दरार की खबर सामने आने के चार दिन बाद आज पथ निर्माण मंत्री नीतीन नवीन सिन्हा ने मौके का निरीक्षण किया। हैरानी की बात यह रही कि जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 अप्रैल को तेज आंधी और बारिश के बीच इस पुल का उद्घाटन किया था, वहीं पुल में दरार की खबर सामने आने के बावजूद साफ मौसम होने पर भी निरीक्षण करने में चार दिन लग गए।
उल्लेखनीय है कि जेपी सेतु के दीदारगंज के पास पाया संख्या A-3 के निकट एप्रोच में दरार 11 अप्रैल को ही दिखने लगी थी, और 12 अप्रैल को यह खबर प्रमुखता से सभी मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रकाशित हुई। पुल के उद्घाटन में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, पथ निर्माण मंत्री नीतीन नवीन सिन्हा, विधायक अरुण सिन्हा और संजय चौरसिया सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
उद्घाटन के 24 घंटे के भीतर ही, वाहनों के दबाव के चलते पुल के एप्रोच में दरार आने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे। हालांकि, विभाग ने दरार को भरने का कार्य शुरू कर दिया था, लेकिन निरीक्षण के लिए किसी उच्च अधिकारी या मंत्री की उपस्थिति नहीं देखी गई।
आज, 16 अप्रैल को, मंत्री नीतीन नवीन सिन्हा BSRDC (बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और दरार वाली जगह का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के बाद कहा, “जेपी सेतु पूरी तरह सुरक्षित है, इसमें कोई संरचनात्मक दरार नहीं है।”
हालांकि, जनता और विपक्षी दल इस पूरे मामले पर सवाल उठा रहे हैं कि जब उद्घाटन के लिए मंत्रीगण आंधी-पानी में भी उपस्थित थे, तो पुल की खराबी की खबर आने पर निरीक्षण में इतनी देरी क्यों हुई?
यह मामला एक बार फिर बिहार में बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की गुणवत्ता और निगरानी प्रणाली पर बहस खड़ी कर रहा है।