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तृषा नर्सिंग कॉलेज की ओर से विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस के अवसर पर एक विशेष जागरूकता नाटक का आयोजन किया गया। यह नाटक कॉलेज की बीएससी नर्सिंग फर्स्ट सेमेस्टर औऱ जीएनएम फर्स्ट ईयर की छात्राओं द्वारा श्रीपालपुर गांव में प्रस्तुत किया गया।
इस लघु नाटक के माध्यम से छात्राओं ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को टीबी (क्षय रोग) के लक्षणों, इसके बचाव और इलाज के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि टीबी एक संक्रामक रोग है, जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है और समय पर उचित उपचार न मिलने पर जानलेवा भी हो सकता है।
टीबी के लक्षणों पर दी गई जानकारी
छात्राओं ने नाटक के माध्यम से बताया कि टीबी के प्रमुख लक्षणों में दो सप्ताह या उससे अधिक समय तक लगातार खांसी रहना, बलगम के साथ खून आना, अचानक वजन घटना, लगातार बुखार रहना, रात के समय अत्यधिक पसीना आना आदि शामिल हैं।
बचाव के टिप्स
नाटक के दौरान छात्राओं ने ग्रामीणों को बताया कि टीबी से बचाव के लिए धूम्रपान से बचें, क्योंकि इससे फेफड़े कमजोर होते हैं। खांसते या छींकते समय रूमाल या टिशू का उपयोग करें, मास्क का प्रयोग करें, खासतौर पर भीड़ भाड़ वाली जगहों पर। यदि किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण दिखाई दें तो जल्द से जल्द स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाएं। नियमित व्यायाम और पौष्टिक आहार का सेवन करें, ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहे।
तृषा नर्सिंग कॉलेज के शिक्षक का संदेश
इस अवसर पर शिक्षको ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के निर्देशानुसार हर वर्ष 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करना है ताकि समय पर उपचार द्वारा इसे नियंत्रित किया जा सके।
इस अवसर पर प्रधानाध्यापिका भावना माहेश्वरी, नर्सिंग शिक्षक प्रवीण कुमार, स्नेहलता कुमारी, कुंदन कुमार, सपना कुमारी औऱ नर्सिंग की छात्र – छात्रा भी शामिल थे l